स्तन छोटे रह जाने का सबसे प्रमुख कारण पोषण संबंधी गड़बड़ी होता है। जिस समय लड़की बचपन से
युवावस्था की तरफ कदम बढ़ाती है वह समय शारीरिक विकास की दृष्टि से बहुत ही महत्त्वपूर्ण होता है।
इस समय शरीर को भरपूर पोषण की आवश्यकता होती है। अगर इस समय वह अपने खान पान पर ध्यान
नहीं देती है और उसके शरीर को पूर्ण पोषण नहीं मिलता है तो उसका शारीरिक विकास अधूरा रह जाता है।
इसी अपूर्णता या अधूरे पोषण के कारण कई युवतियों का वक्ष (Breast) अपना स्वाभाविक आकार नहीं ले पाता
है।
होर्मोन की कमी के कारण छोटे स्तन दूसरा सबसे प्रमुख कारण होर्मोनों की कमी और असंतुलन
होता है। होर्मोनों की कमी भी पोषण में कमी के कारण ही होती है। होर्मोनों की कमी और असंतुलन
का एक प्रमुख कारण मानसिक विषाद भी होता है। युवावस्था की दहलीज़ पर कदम रखते वक्त अगर
लड़की के घर का पारिवारिक माहौल ठीक नहीं होता है और उसे अपने संबंधी और परिजनों से
डांट-फटकार और तिरस्कार मिलता है तो वह मानसिक विषाद की अवस्था में चली जाती है
और यह हॉर्मोन असंतुलन का सबसे प्रमुख कारण है।